हंगामे के साथ शुरू हुआ विधानसभा का शीतकालीन सत्र

 


हंगामे के साथ शुरू हुआ विधानसभा का शीतकालीन सत्र


नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार को हंगामे के साथ शुरू हुआ। सदन शुरू होते ही विपक्ष ने गंदे पानी की सप्लाई पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा कराने की मांग की। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष की मांग को खारिज कर दिया। इसका विरोध जताते हुए विपक्षी नेता करीब पंद्रह मिनट तक अपनी मांग पर अड़े रहे। बावजूद इसके विधानसभा अध्यक्ष ने मांग नहीं मानी। इसके बाद विपक्ष ने सदन का वाकआउट कर दिया और विपक्ष के सभी विधायक मुख्यमंत्री दफ्तर के सामने धरने पर बैठ गए। कुछ समय बाद धरना खत्म कर दिया गया।


 

इससे पहले सत्र शुरू होते ही विपक्ष के चारों विधायक गंदे पानी की बोतल लेकर खड़े हो गए। नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता समेत सभी विधायकों ने मांग की कि दिल्ली में गंदे पानी की सप्लाई आम है। यह पूरी दिल्ली की सेहत से जुड़ा मसला है। ऐसे में इस पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाकर चर्चा कराई जाए। हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने व्यवस्था दी कि विपक्ष ने नियम 54 व 59 के तहत चर्चा कराने की मांग की थी। लेकिन समय की कमी है। कार्यसूची में शामिल विषयों पर ही चर्चा होगी। इसके अलावा दूसरे किसी विषय पर सदन चर्चा नहीं करेगा। इसके बाद विपक्ष के चारों सदस्य सदन से बाहर चले गए। बाहर आकर विजेंद्र गुप्ता ने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष से ध्यानाकर्षण व स्थगन प्रस्ताव के तहत गंदे पानी की सप्लाई पर चर्चा कराने की मांग की। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने इसकी इजाजत नहीं दी।